सैर कर दुनिया की गाफ़िल :: विकुति

 

सैर कर दुनिया की गाफ़िल ……..



ुझे बहुत दुविधा रहती है I आखिर कितनी दूर आने-जाने को सैर माना जाए दिल्ली वाले तो पार्क के मॉर्निंग वॉक को भी सैर कहते हैं I  अमेरिका तक जाने-आने को क्या कहा जाए ? मैं यह इसलिए पूछ रहा हूं कि हमारे प्रधानमंत्री जी अमेरिका जा रहे हैं I  वे अक्सर विदेश जाते रहते हैंI  इसे सैर कहा जाए या सैर-सपाटा I सपाटा का भी कुछ अर्थ होता ही होगा I  वैसे प्रधानमंत्री जी देश के काम से या देश हित में सैर करते ही रहते हैं I  प्रधानमंत्री जब भी बाहर जाते हैं मुझे बहुत आशंका रहती है I मीडिया वाले तरह-तरह की ऊंट-पटांग खबरें चलाया करते हैं,  डंका बजा की फटा कुछ भी हो इससे क्या मतलब? यहां तक तो डंके के फटने/बजने की आवाज तक तो आती नहीं I लेकिन वे कहते हैं तो बजता ही होगा I  कभी-कभी सोचता हूँ ,अमेरिका फ्रांस में डंका फटने बजने से क्या लेना देना ? लेकिन बजाते हैं तो कोई गूढ़ बात होगी ही I  

आप इस देश के प्रधानमंत्री हैं ! आप कभी-कभी कहने लगते हैं होटल का खर्चा बचाने के लिए रात में सफर करता हूंI ऐसी चिरकुटई की बातें मत किया कीजिए I मैं तो प्रधानमंत्री से कहूंगा प्रधानमंत्री जी! आप निश्चिन्त होकर जाइए किसी बात की चिंता मत करिएगा I हम लोगों की भी कोई इज्जत है! बहुत बुरा लगता है I खर्चे-पानी की कोई दिक्कत हो तो बता दिया कीजिए I बहुत पहले रवीश ने कहा भी था कि आप आराम से होटल में रहिए खर्चा मैं दूंगा I तो कोई दिक्कत हो तो उनसे ही इशारा कर दीजिए I वह आदमी कैसा भी हो झूठ नहीं बोलता I  

आप नहीं चाहते कोई बात नहीं मुझे ही कह दीजिए मेरे पास बहुत पैसा तो नहीं है लेकिन इतना पक्का है कि मैं इंतजाम कर दूंगा I  पता नहीं इंतजाम शब्द आप समझते हैं या नहीं ? हिंदी में इंतजाम का मतलब होता है ले देकर हथफेर से रुपयों का प्रबंध कर देना I तो यह मैं कर दूंगा I मेरे कई मित्र हैं जो आपके बहुत शुभचिंतक हैं जो मिलकर यह कर देंगे I भले ही FD तोड़ना पड़े I वैसे हम सब टैक्स की छूट से इस समय बम-बम हैं I  रवीश को क्या ही पेंशन मिलती होगी निश्चित होकर जाइए मैं कर दूंगा I  वैसे भी आपके नाम पर पैसा मिलने में क्या दिक्कत है ? या इसे भी छोड़िए इस छोटी सी बात में क्या आपकी इज्जत फसाना, मैं अपने ही नाम पर उधारी कर लूंगा I

 जब आप बाहर जाते हैं तो देश को यह चिंता खाए जाती है कि आपको खाने-पीने की कोई तकलीफ तो नहीं हो रही है I आप तो शुद्ध शाकाहारी हैं उन अभक्ष्य-भक्षी मुल्कों में आपको शुद्ध भोजन की दिक्कत हो सकती है I लेकिन जहां तक मेरी जानकारी है ,दुनिया में अब कहीं भी कोई भी भोजन आराम से मिल जाता हैI हो सकता है थोड़ा महंगा मिले तो उसकी क्या चिंता करना I अब हर जगह जो भी मशरूम चाहिए मिल जाता है I तो फिर आपको कोई चिंता करने की क्या जरूरत, ठीक से खा पी लिया कीजिएगा I  

अब आराम की बात आती है तो इस बारे में आपसे बहुत शिकायत है I आप 18-18 घंटे काम करते हैं यह ठीक नहीं है I चलिए देश में तो कोई बात नहीं यहां तो इतने देखभाल करने वाले लोग हैं I परदेस में स्वास्थ्य क्या ध्यान रखना जरूरी हैI असल में यहां पर टीवी वाले आपको झाड़ पर चढ़ा देते हैं I आप में इतनी एनर्जी कहां से आती है ?कौन सा टानिक पीते हैं ? कौन सा आसन करते हैं ? इन मूर्खों के बहकावे में मत आया कीजिये I आप तो जानते ही हैं उम्र बढ़ने के साथ कमजोरी तो आती ही हैI चाहे कोई भी टॉनिक लीजिये या योग कीजिए I हमारा तो यही निवेदन है कि रात में भरपूर नींद लीजिएगा I यदि वहां भी 18 घंटे काम करेंगे तो वह गोरे क्या कहेंगे ? लांछन तो देश पर आएगा I वह कहेंगे भारतवासी कैसे हैं ? जो इस बुड्ढे से 18-18 घंटे काम करा रहे हैंI फिर आपका तो कुछ नहीं होगा हम दुनिया में कैसे मुंह दिखाएंगे ? इसलिए आपसे विनती है कि बाहर अपने स्वास्थ्य पर पूरा ध्यान रखिएगा I  

अंत में एक दो बातें और कर देना जरूरी है I भले आपको अच्छा ना लगे I जब भी आप विदेश में होते हैं हमेशा हाथ मिलाने गले लगने के फिराक में रहते हैं I मैं कहता हूं क्या जरूरत है इतना गले लगने की I आप चुपचाप बैठे रहा कीजिए I झपट के गले लगने से क्या मिलने वाला है ? वैसे भी गोरे नेताओं में गले लगने का कोई खास चालान नहीं है I किसी तरह फोटो में आने के लिए लपक-झपक करने की क्या जरूरत है ? आखिर आप इस देश के प्रधानमंत्री हैं ! सिंगल फ्रेम में तो आपकी लाखों फोटो है , फिर फोटो के लिए क्या तरसना I विश्व गुरु तो आप हैं ! अगर उनमें तमीज होगी तो वह स्वतः आपको आगे करके फोटो खिंचवाएंगे I आपकी क्या गरज है ? आप विश्व के महान वक्ता हैं ! लेकिन दिक्कत यह है कि आप बोलना शुरू करते हैं तो रौ में बह जाते हैं I कुछ भी बोल जाते हैं I आप जोश में AI की जगह डबल AI कहने लग जाते हैं I आप भूल जाते हैं देश में आपकी डबल इंजन की सरकारें हैं पर डबल AI नहीं है बल्कि AI ही नहीं हैI फिर उसके बारे में अनावश्यक क्या बोलना I जग हँसाई होती है I   मित्तभाषण तो इस देश में एक गुण माना गया है , तो इसका पालन करना ही चाहिए I  

एक बात और भी है ट्रंप अमेरिका का राष्ट्रपति है I आपका फ्रेंड नहीं है I फ्रेंड -फ्रेड करने का क्या फायदा ? वह आपके लोगों को हथकड़ी-बेड़ी में भेज देता है और आपकी फ्रेंडशिप है कि टूटती ही नहीं I हाँ , अगर आपसे पूछ के भेजता है तो ठीक है I  अंत में , एक और सुझाव जहाज पर उछल-उछल कर चढ़ने से आदमी जवान नहीं हो जाता प्रधानमंत्री जीI एकाध बार आप सीढीय़ो पर गिर भी चुके हैं I आराम से रेलिंग पड़कर उतरिए चढिये ! जहाज छूट तो जाएगा नहीं, आपका अपना जहाज है,भारत का जहाज है I जिनपिंग को देखिये , जहाज पर बहुत आराम से चढ़ता उतरता है, तो क्या वह कमजोर है ?  कि उसका देश कमजोर है ? प्रधानमंत्री जी आप 75 वर्ष के हो चले हैं तो संभल कर रहिये I

हो सकता है आपको उपरोक्त सुझाव बुरे लगे हों लेकिन भारतीय होने के कारण यह मेरा कर्तव्य है कि मैं आपको सलाह देता रहूं I  

Comments

  1. Adbhut vyang Hai Vastav Mein Hamare Pradhanmantri Ji ko acchi dekhbhal aur acchi Nind ki avashyakta hai

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